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    vius xzkgd dsk tkfu, ¼dsokbZlh½ funsZ'k&2019 ,oa /ku'kks/ku fuokj.k

    uhfr&2019

  • 2

    vius xzkgd dks tkfu, ¼dsokbZlh½ funsZ'k&2019 ,oa

    /ku'kks/ku fuokj.k uhfr&2019 धनशोधन िनवारण अिधिनयम] 2002 और धनशोधन िन वारण (अिभ लेख� का रखरखाव) िन यम] 2005 के ावधान� के अनुसार िविनयिमत सं�था� (आरई) से अपेि�त ह ै�क वे खाता आधा�रत या �कसी अ य कार का लेनदने करते समय कितपय "ाहक पहचान �$या� का पालन कर%। तदनुसार] ब(ककारी िविनयमन अिधिनयम] 1949 और ब(ककारी िविनयमन अिधिनयम] 1949 ¼जैसा �क सहकारी सिमितय� पर लागू है) 1949 क* धारा 35 के साथ प�ठत इसी अिधिनयम क* धारा 56 और धनशोधन िन वारण (अिभ लेख� का रखरखाव) िन यम 2005 के िनयम 9(14) के अधीन द- शि/य� का योग करते 2ए भारतीय �रज़व6 ब(क इस बात से संतु7 होने पर �क ऐसा करना जनिहत म% आव9यक और समीचीन ह]ै नीचे �दए गए िनदेZश जारी fd;s gS ftls gekjh cSad Hkh ikyuk djrk gSAfd;s gS ftls gekjh cSad Hkh ikyuk djrk gSAfd;s gS ftls gekjh cSad Hkh ikyuk djrk gSAfd;s gS ftls gekjh cSad Hkh ikyuk djrk gSA v/;k;&I

    izLrkouk

    1. संि�� नाम और �ारभसंि�� नाम और �ारभसंि�� नाम और �ारभसंि�� नाम और �ारभ (क) इन िनदेश� को भारतीय �रज़व6 ब(क (अपने "ाहक को जािनए (केवाईसी)) िनदेश, 2019 कहा जाएगा। (ख) ये िनदेश उसी �दन से लागू ह�गे, िजस �दन इ ह% भारतीय �रज़व6 ब(क क* वबेसाइट पर रखा x;k gSA 2. �यो�यता�यो�यता�यो�यता�यो�यता :- (क) इन िनदशे� के ावधान, जब तक �क अ यथा िविन>द7 न �कया गया हो, भारतीय �रज़व6 ब(क ?ारा िविनयिमत सभी सं�था�, खासतौर से नीचे मद सं. 3(ख)(xiii) म% पा�रभािषत सं�था� पर लागू ह�गे। (ख) ये िनदेश िविनयिमत सं�था� (आरई) क* सभी िवदेश ि�थत शाखा� और ब2लांश धा�रत अनुषंिगय� पर भी उस सीमा तक लागू ह�गे, जहां तक वे मेजबान देश के �थानीय क़ानून� से िवसंगत न ह�, बशतB �क : (i) जहां �थानीय कानून और िविनयम इन िनदेश� के काया6 वयन का िनषेध करत े ह�, वहाँ इसक* सूचना भारतीय �रज़व6 ब(क को दी tk;sxhA (ii) य�द भारतीय �रज़व6 ब(क और मेजबान देश के िविनयामक� ?ारा िन>द7 केवाईसी/ एएमएल मानक� म% कोई अंतर हो तो िविनयिमत स�ंथा� क* शाखा�/ िवदेशी अनुषंिगय� को दोन� म% से Eयादा सFत िविनयम अपनाने ह�गे। िवदेश म% िनगिमत ब(क� क* शाखा�/ अनुषंिगय� को दोन�, यािन �क, भारतीय �रज़व6 ब(क और उनके मेजबान देश के िविनयामक� ?ारा िविन>द7 मानक� म% से Eयादा सFत िविनयम अपनाने ह�गे। बशतB �क यह िनयम अGयाय VI क* धारा 23 म% बताए गए “छोटे खात�” पर लागू नहI होगा। 3. प�रभाषाएंप�रभाषाएंप�रभाषाएंप�रभाषाएं :- जब तक �क संदभ6 से अ यथा अपेि�त न हो, इन िनदशे� म% �दए गए शJद� के अथ6 वही ह�गे, जो नीचे �दए गए ह( : (क) धनशोधन िन वारण अिध िन यम (पीएमएलए), 2002 और धनशोधन िन वारण (अिभलेख� का रख रखाव) िन यम, 2005 म% सिKमिलत शJद� के �दए गए अथ6 : i. ‘अिधिनयम” और “िनयम” का आशय ह ै$मशः धनशोधन िन वारण अिध िन यम (पीएमएलए), 2002 और धनशोधन िन वारण (अिभलेख� का रख रखाव) िन यम, 2005 और उनम% �कए गए संशोधन। ii. िहतािधकारी �वामी (बीओ) (Beneficial Owner) क. जहां "ाहक कोई कंपनी ह,ै वहां िहतािधकारी �वामी वह नैसMगक Nि/ ह,ै जो अकेले या �कसी के साथ िमलकर, या एक अथवा एकािधक िविधक सं�था के ज�रए काय6 करता ह ैएव ंिजसके पास िनयOंक �वािमPव ह( या जो �कसी और माGयम से िनयOंण रखता ह।ै

  • 3 �प�ीकरण - इस उपखंड के �योजन के िलए 1. “िनयं�णकारी �वािम�व िहत’’ का अथ! ह ै कंपनी के 25 �ितशत स े अिधक शेयर या पूंजी या लाभ का �वािम�व या हकदारी। 2. “िनयं�ण” श)द म* शेयरधा+रता या �बंधन अिधकार या शेयरहो-डर समझौते या वो0टग समझौते के कारण �ा3 अिधकार के तहत अिधकांश िनदेशक4 क5 िनयुि7 या �बंधन का िनयं�ण या नीित िनण!य लेना सि8मिलत ह।ै ख. जहां �ाहक कोई भागीदारी फ़म� है�ाहक कोई भागीदारी फ़म� है�ाहक कोई भागीदारी फ़म� है�ाहक कोई भागीदारी फ़म� ह,ै वहां िहतािधकारी �वामी वह/वे नैस9गक :ि7 ह/ैह;, जो अकेले या यादा का �वािम�व या हकदारी रखते ह4। ग. जहां �ाहक कोई अिनगिमत सं�था या �ि�य� का िनकाय है�ाहक कोई अिनगिमत सं�था या �ि�य� का िनकाय है�ाहक कोई अिनगिमत सं�था या �ि�य� का िनकाय है�ाहक कोई अिनगिमत सं�था या �ि�य� का िनकाय है, वहां िहतािधकारी �वामी वह/वे नैस9गक :ि7 ह/ैह;, जो अकेले या यादा का �वािम�व या हकदारी रखते ह4। �प�ीकरण: “:ि7य4 के िनकाय” म* सोसाइटी शािमल ह;। जब उपयु!7 मद (क), (ख) या (ग) के अंतग!त

  • 4 vi. 'आिधका�रक प से वैध द�तावेज़' (Official Valid Documents) का अिभ�ाय पासपोट�, �ाइ�वग लाइस�स, पैन काड�, भारत के चुनाव आयोग $ारा जारी मतदाता पहचान प), रा*य सरकार के +कसी अिधकारी $ारा िविधवत ह�ता,�रत नरेगा (NREGA) के तहत जारी जॉब काड�, UIDAI $ारा जारी प)(काड�) िजसम� नाम, पता और आधार सं1या दी गई हो। �प4ीकरण: 6ाहक अपनी पहचान एवम् पते के सा9य के प म� उि;लिखत छह आिधका�रक प से वैध द�तावेज> म� से कोई भी एक द�तावेज़ अपनी इ?छानुसार ��तुत कर सकता है। बशतA +क जहां 6ाहक कB पहचान के सCयापन के िलए ' सरलीकृत उपाय' लागू +कए गए हE, वहाँ िनGिलिखत द�तावेज> को 'आिधका�रक प स ेवैध द�तावेज़' (Official Valid Documents) माना जाएगा : 1. क� H/रा*य सरकार के िवभाग>, सांिविधक/ िविनयामक �ािधकरण>, साव�जिनक ,े) के उपIम>, अनुसूिचत वािणि*यक बEक> और साव�जिनक िवJीय सं�थाL $ारा आवेदक के फोटो6ाफ सिहत जारी पहचान प); 2. +कसी राजपि)त अिधकारी $ारा जारी प) िजसम� NिO का िविधवत अिध�मािणत फोटो6ाफ लगा हो । बशतA यह भी +क जहां पत ेके सCयापन हतुे ' सरलीकृत उपाय' का उपयोग, सीिमत �योजन के िलए, +कया जाता है, वहाँ िनGिलिखत अित�रO द�तावेज> को 'आिधका�रक प से वैध द�तावेज़' (Official Valid

    Documents) माना जाएगा : 1. +कसी सेवा �दाता(िबजली, टेलीफोन, पो�ट-पेड मोबाइल फोन, पाईPड गैस, पानी (Water) का िबल) $ारा जारी िबल जो दो महीने से अिधक पुराना न हो; 2. संपिJ अथवा Qयुिनिसपल कर रसीद; 3. बEक खाता अथवा पो�ट ऑ+फस बचत बEक खाता िववरण; 4. सरकारी िवभाग> अथवा साव�जिनक ,े) के उपIम> $ारा सेवािनवृत कम�चा�रय> को जारी प�शन अथवा प�रवार प�शन प), य+द उसम� पता अं+कत हो; 5. िनयोOा अथा�त रा*य अथवा क� H सरकार के िवभाग>, सांिविधक अथवा िविनयामक िनकाय>, साव�जिनक ,े) के उपIम>, अनुसूिचत वाणि*यक बEक>, िवJीय सं�थाL और सूचीबT कंपिनय> $ारा जारी आवास आबंटन प)। इसी �कार, ऐसे िनयोOा $ारा जारी आिधका�रक आवास आबं�टत +कए जाने का लीव एवं लाईस�स करार; और 6. िवदेशी ,े)ािधकार> के सरकारी िवभाग> अथवा भारत म� िवदेशी दतूावास> अथवा िमशन $ारा जारी द�तावेज़/प) । vii NिO का आशय वही ह ैजो अिधिनयम म� अिभिहत ह ैऔर इनम� िनGिलिखत शािमल हE: a. कोई NिO, b. अिवभO िहVद ूप�रवार, c. कोई कंपनी d. फ़म� e. NिOय> का संघ या NिOय> का िनकाय, चाहे िनगिमत हो अथवा नही, f. �Cयेक कृि)म िविधक NिO, जो उपयु�O (a to e) NिOय> म� से कोई नहY ह,ै और g. कोई एज�सी, काया�लय या शाखा जो उपयु�O (a to f) म� उि;लिखत NिOय> म� से +कसी के �वािमCव या िनयं)ण म� ह।ै viii “�धान अिधकारी” से आशय ह ैिविनयिमत स�ंथा $ारा नािमत वह अिधकारी जो उO “िनयम” के िनयम 8 के अंतग�त सूचना देने के िलए िजQमेदार ह।ै ix “सं+दZध लेनदेन” का आशय उस लेनदेन से ह ै िजसे नीचे पा�रभािषत +कया गया है िजसम� ''लेनदने”

    (संNवहार) का �यास भी शािमल हE, भले ही वह नकदी के साथ +कया गया हो अथवा नहY, जो +कसी स\ावपवू�क काय� कर रह ेNिO के िलए;

  • 5 a. संदेह िनमा�ण करने के िलए पया�� ह,ै �क उसम� अिधिनयम क� अनसूुची म� िविन द! अपराध" से अ#जत &ई आगम रािश शािमल ह ैिजसका मू+यकुछ भी .य" न हो; या b. असामा0य या अनुिचत 1प से ज2टल प2रि4थितय" म� �कए गए 6तीत होते ह"; या c. िजनका कोई सु4प! आ#थक 6योजन या वा4तिवक कारण 6तीत न होता हो; d. जहां यह संदेह करने का कारण हो �क इसम� आतंकवाद का िव8पोषण करने वाले �:याकलाप शािमल ह;। 4प!ीकरण: आतंकवाद से संबंिधत गितिविधय" के िव8पोषण से जुड़े लेनदेन िजनम� वे लेनदेन शािमल ह; िजनक� िनिधय" का सबंंध आतंकवाद या आतंक� गितिविधय" से होने का संदहे हो या �कसी आतंक� अथवा आतंक� संगठन या आतकंवाद को िव8पोिषत करने या िव8पोषण का 6यास कर रह े@िAय" Bारा 6युA होने का संदेह हो। x. ‘छोटे(लघु) खाते’ का ताCपय� ऐसे बचत खाते से ह ैिजसम� : a. एक िव8ीय वष� के दौरान समG जमारािश (:ेिडट) एक लाख Iपए से अिधक न हो; b. �कसी महीने म� सभी आहरण" और अंतरण" क� कुल रािश दस हजार Iपये से अिधक न हो; तथा c. �कसी भी समय खाते म� जमा शेष पचास हजार Iपये से अिधक न हो । ix. “लेनदने” का आशय है कोई खरीद, िब:�, ऋण, िगरवी रखना, उपहार दनेा, अंतरण करना या सुपुद�गी करना अथवा इससे संबि0धत @4थाएँ करना और इसम� िनLिलिखत शािमल ह; : क. खाता खोलना; ख. �कसी भी मुMा म� नकद या चेक Bारा, पेम�ट ऑड�र या �कसी अ0य िलखत Bारा या इले.Oोिनक या अ0य अमूत� साधन Bारा िनिधय" को जमा करना, आहरण, िविनमय या अंत2रत करना; ग. सुरिPत जमा बॉ.स या सुरिPत जमा के �कसी भी 1प का 6योग करना; घ. कोई भी 6Cययी संबंध आरंभ करना (Fiduciary relationship) ङ. �कसी संिवधानाCमक या वैधािनक (िविधक) दाियCव के िलए आंिशक या पूण� 1प म� कोई भुगतान करना या भुगतान 6ा� करना (Contactual or other legal obligation) च. कोई िविधक @िA (सं4 था) बनाना या िविधक @व4था 4थािपत करना।(Legal person or legal

    arrangement)

    (ख) इन िनदेश" म�, जब तक �क संदभ� से अ0यथा अपेिPत न हो, शRद" का अथ� वही होगा, जो नीचे �दया गया ह:ै i. “सामा0य 2रपोSटग मानक” (सीआरएस) से ताCपय� ह ैकर मामल" म� आपसी 6शासिनक सहयोग क0 व�शन म� ह4 ताP2रत ब&पPीय करार के अनुTछेद 6 के आधार पर 4वतः सूचना के िविनमय के काया�0वयन के िलए िनधा�2रत 2रपोSटग मानक। ii. ‘Gाहक' से ताCपय� �कसी ऐसे @िA से ह ैजो �कसी िविनयिमत सं4था के साथ �क सी िव 8ीय लेनदेन या गितिविध म� शािमल ह ैतथा इसम� ऐसा @िA भी शािमल ह ैिजसक� ओर से ऐसे लेनदेन अथवा गितिविध म� कोई @िA भाग ले रहा ह।ै iii. “वॉक इन Gाहक” अथा�त नवागंतुक Gाहक से ताCपय� ऐसे @िA से ह,ै िजसका िविनयिमत सं4था से खाता आधा2रत संबंध नहW ह ैले�कन वह िविनयिमत सं4था से लेनदेन करता ह।ै iv. 'Gाहक सबंंधी समुिचत सावधानी'(Customer Due Diligenie) का अिभ6ाय Gाहक और िहतािधकारी 4वामी क�, पहचान और पते के 6माण के 1प म� आिधका2रक वैध द4तावेज" के ज2रए सCयापन करना। v. Gाहक पहचान का अिभ6ाय 'Gाहक संबंधी समुिचत सावधानी'(Customer Due Diligenie) 6�:या को पूरा करना। vi. 'FATCA' (Foreign Account Tax Compliance Act) का अिभ6ाय संयुA राXय अमे2रका (USA) के िवदेशी खाता कर अनुपालन अिधिनयम से ह ैजो अ0य बात" के साथ साथ यह अपेPा करता ह ै�क िवदशेी िव8ीय सं4थाएं अमे2रक� करदाताY Bारा रखे गए िव8ीय खात" अथवा ऐसी िवदशेी सं4थाY िजनम� अमे2रक� करदाताY के भारी 4वािमCव िहत ह", को 2रपोट� कर�।

  • 6 vii. 'IGA' (Inter Government Agreement) का अिभ�ाय भारत सरकार और संयु� रा�य अमे�रका के बीच के अंतरसरकारी करार से ह ैजो अंतररा�ीय कर अनुपालन और अमे�रका के 'FATCA' (Foreign Account

    Tax Compliance Act) को लागू करने म! सुधार लाने से ह ै। viii. 'KYC ट!पले%स' का अिभ�ाय उन ट!पले%स से ह ैजो 'ि�य( और िविधक सं*था, के िलए CKYCR को केवाईसी डेटा समेकन और �*तुतीकरण से संबंिधत ह1। ix. अ�2य3 (Non Face to face) 4ाहक का अिभ�ाय ऐसे 4ाहक से ह ै जो िविनयिमत सं*था क6 शाखा/काया7लय( पर आए िबना और िविनयिमत सं*था, के अिधका�रय( से िमले िबना खाते खोलता है । x. 'सतत समुिचत सावधानी' का अिभ�ाय उसके खात( म! होने वाले लेनदेन( क6 िनयिमत िनगरानी करने से ह ैता;क यह सुिनि

  • 7िनवारण (अिभलेख� का रखरखाव) िनयम और �कसी सांिविधक सशंोधन अथवा इनके पुनः अिधिनयमन अथवा वािणि�यक श� द�/मुहावर� म", जैसा भी मामला ह�, म" �दए गए ह' । अ�यायअ�यायअ�यायअ�याय----II सामा�यसामा�यसामा�यसामा�य 4. cSad क( “अपने )ाहक को जािनए” (केवाईसी) संबंधी एक नीित होगी जो cSad के िनदेशक बोड, या बोड, क( कोई और सिमित, िजसे एतदथ, शि.यां /0यायोिजत क( गई ह�, 2ारा िविधवत अनमुो�दत हो। 5. केवाईसी नीित म" िन4िलिखत चार मु6य त0व शािमल ह�गे: (क) )ाहक 7वीकारण नीित ; (सीएपी) (Customer Acceptance Policy) (ख) जोिखम /बंधन; (Risk Management) (ग) )ाहक पहचान �8 यािव िध (सीआईपी)और (Customer Identification Procedure) (घ) लेनदने� क( मॉनीट;रग। (Monitoring of Transaction) 6. पदनािमत िनदेशकपदनािमत िनदेशकपदनािमत िनदेशकपदनािमत िनदेशक (क) बोड, 2ारा एक ‘पदनािमत िनदेशक’ नािमत �कया जाएगा। (ख) ‘पदनािमत िनदेशक’ का नाम, पदनाम और पता भारतीय िव

  • 8 (ख) िज न मामल� म� िविनयिमत सं�था �ाहक� के संबधं म� समुिच त सावधानी संबंधी उपाय या तो �ाहक के असहयोग या �ाहक �ारा उपल ध कराये गए द�तावेज�/सूचना क% अिव &सनीयता के कारण लाग ून कर पाए, उन मामल� म� खाता न खोला जाए। (ग) समुिचत सावधानी उपाय� का पालन *कए िबना कोई लेनदने या खाता आधा-रत संबंध � था िपत नह. *कया जाएगा। (घ) खाता खोलन ेऔर आविधक अ0तनीकरण के दौरान केवाईसी के िलए मांगी गई अिनवाय2 सूचना िविन3द4 क% जाएगी। (ङ) वैकि6पक/अित-र7 सूचना खाता खोलने के बाद �ाहक क% �प4 अनुमित से 8ा9 क% जा सकती है। (च) संयु7 खाता खोलते समय सभी खाताधा-रय� के िलए समुिचत सावधानी उपाय� का पालन *कया जाएगा। (छ) िजन प-रि�थितय� म� *कसी �ाहक को *कसी अ;य प से बताया जाएगा। (ज) यह सुिन ि? त करने के िलए *क *कसी �ाहक क% पहचान *क सी ऐसे प सामा;य जनता, खासतौर स,े सामािजक और िवDीय >प से िपछड़े प, और �ाहक� के कारोबार एवं �थान आ*द क% जानकारी के आधार पर *कया जाएगा। बशतR *क अनुमािनत जोिखम के आधार पर िविभS Nेिणय� के �ाहक� स ेएकT क% गई सूचना दखलंदाजी

    (Non intrusive) भरी न हो और केवाईसी नीित म� Li"V funsZ'k gksALi"V funsZ'k gksALi"V funsZ'k gksALi"V funsZ'k gksA �प4ीकरण: जोिखम आंकलन म� एफ़एटीएफ़ साव2जिनक व7 करते समय। (ख) *कसी ऐस ेप म� बेचते समय, �वयं अपने उ[पाद बेचते समय, \ेिडट काड2 के बकाये का भुगतान करते समय और 8ीपेड/याTा काड2 का िव\य और रीलो]डग तथा 50,000/- >पए से अिधक का कोई भी अ;य उ[पाद बचेते समय।

  • 9 (ङ) वॉक-इन �ाहक अथात नवागंतुक �ाहक �ारा �कए जाने वाले 50,000/- �पए के समतु�य या उससे अिधक रािश के, एकल या कई जुड़े "ए #तीत होनेवाले लेनदेन करते समय। (च) जब �कसी cSadcSadcSadcSad के पास यह िव)ास करने का कारण मौजूद हो �क कोई �ाहक (खाताधारी या नवागंतुक) �कसी लेनदेन को इरादतन 50,000/- �पए स ेकम के लेनदेन- क. शंृखला म2 बदल रहा ह।ै 14. खाता-आधा5रत संबंध आरंभ करने से पहले �ाहक- क. पहचान को िनधा5रत करने और उसको स9 यािपत करने के िलए cSadcSadcSadcSad तृतीय प: �ारा �ाहक- के संबंध म2 �कए गए समुिचत सावधानी उपाय- का सहारा लेने का िवक�प िन; निलिखत शत< के अधीन अपना;sxhA;sxhA;sxhA;sxhA (क) तृतीय प: �ारा �ाहक के सबंंध म2 समुिचत सावधानी के तहत संकिलत आव= यक जानकारी तुरंत िविनयिमत सं>था �ारा #ा? त क. जाए; (ख) cSadcSadcSadcSad > वयं को संतु@ करने के िलए आव= यक उपाय करे �क �ाहक सबंंधी पहचान डेटा और समुिचत सावधानी से संबंिधत/सुसंगत द>तावजे- क. #ितयां तृतीय प: से अनुरोध करने पर अिवलंब #ाC हो जाएंगी; (ग) तृतीय प: िविनयिमत, पयवेि:त हो, और उसे मानीटर �कया जाता ह ैऔर धनशोधन िनवारण अिधिनयम क. अपे:ाD और दािय9व- को पूरा करने के अधीन �ाहक संबंधी समुिचत सावधानी और 5रकाड-क.Eपग अपे:ाD के िलए उसने समुिचत उपाए �कए हF; (घ) तृतीय प: उG जोिखम के �प म2 वगHकृत देश या :ेIािधकार म2 ि>थत नहJ ह;ै (ङ) अंततः cSadcSadcSadcSad �ाहक स ेसंबंिधत समुिचत सावधानी के िलए और यथा#योKय उGतर समुिचत सावधानी उपाय करने के िलए उLरदायी होगी। 15. �ाहक क. पहचान करत ेसमय, cSadcSadcSadcSad यह सुिनिMत करेगJ �क: (क) केवाईसी मानदडं- के अनुपालन से संबंिधत िनणय लेने के काय आउटसोस नहJ �कए जाएंगे। (ख) खाते खोलते समय प5रचय नहJ मांगा जाएगा। (ग) य�द केवाईसी के िलए �ाहक के ओवीडी म2 पहचान का #माण और पते का #माण दोन- ह-, तो �ाहक से अित5रO ओवीडी नहJ मांगा जाएगा। (घ) �ाहक के >थायी और वतमान पते अलग-अलग होने पर भी दोन- के िलए अलग-अलग #माण देने क. आव=यकता नहJ ह।ै य�द �ाहक �ारा �दया गया पत ेका #माण वह पता ह ैजहां �ाहक अभी िनवास कर रहा ह ै तो cSadcSadcSadcSad ऐसे >थानीय पते के िलए एक घोषणा ले सकती ह ै िजस पर cSadcSadcSadcSad �ारा �ाहक के साथ सम>त पIाचार �कया जा सके। (ङ) >थानीय पते का #माण उपलSध न होने पर उसका स9यापन बFक �ारा ‘सकारा9मक पुि@’ जैसे �क पI, चेक बुक, एटीएम काड के #ाC होने क. पावती; टेलीफोन पर बातचीत, ऐसे > थान का मुआयना आ�द से �कया जा सकता ह।ै (च) य�द ‘पते के #माण’ म2 �दए गए पते म2 कोई प5रवतन होता ह ैतो cSadcSadcSadcSad यह सुिनिMत करेगी �क पते का नया #माण छह माह क. अविध के भीतर #ाC कर िलया जाता ह।ै अ� याअ� याअ� याअ� याय य य य VI �ाहक के संबधं म� समुिचत सावधानी ���या �ाहक के संबधं म� समुिचत सावधानी ���या �ाहक के संबधं म� समुिचत सावधानी ���या �ाहक के संबधं म� समुिचत सावधानी ���या ((((सीडीडीसीडीडीसीडीडीसीडीडी)))) भाग भाग भाग भाग I – � य� य� य� यि�य� के मामले म� सीडीडी ���याि�य� के मामले म� सीडीडी ���याि�य� के मामले म� सीडीडी ���याि�य� के मामले म� सीडीडी ���या 16. �कसी UिO के साथ खाता आधा5रत संबंध > थािपत करते समय cSadcSadcSadcSad संबंिधत UिO से िन; निलिखत द> तावेज #ा? त करेगी: (क) अV याय-I क. मद स.ं 3 (ए) (vi) म2 उि�लिखत आिधका5रक वैध द> तावजे- (ओवीडी) क. एक #मािणत #ितिलिप #ाC क. जाए िजसम2 �ाहक क. पहचान और पते के S योरे ह-; (ख) एक हाल ही म2 िलया गया फोटो�ाफ; और

  • 10 (ग) कारोबार के �वप अथवा िव�ीय हिैसयत से संबंिधत ऐसे अ�य द�तावेज़ जो उसक� केवाईसी नीित म" िविन#द$ ट &कए गए ह)। बशत, &क खाता खोलने के उ/े0 य से 1ाहक) से इक3ी क� गई जानकारी गोपनीय रखी जाएगी और उसके 5 योरे 6ित िव7य (7ॉस से9लग) अथवा अ�य उ/े0 य से तब तक 6कट नह: &कए जाएंग,े जब तक 1ाहक ;ारा 6कटीकरण के िलए �प= अनुमित न हो। � प$ टीकरण: 1ाहक छह ओवीडी म" से &कसी एक को पहचान और आवासीय पते के 6माण के िलए 6� तुत कर सकेगा। 17. यूिनक आइड"Eट&फकेशन एथॉEरटी ऑफ इंिडया (यूआईडीएआई) क� ई-केवाईसी सेवा पीएमएल िनयम) के अंतगHत केवाईसी सI यापन के िलए वैध 6&7या के प म" � वीकार क� जाएगी, यथा (क) यूआईडीएआई ;ारा उपल5 ध कराई गई जनसांिJयक�य सूचना और फोटो1ाफ, ई-केवाईसी 6&7या के अंतगHत आिधकाEरक वैध द�तावेज़ के प म" �वीकार &कए जाएंगे, तथा (ख) यूआईडीएआई से cSadcSadcSadcSad को इलैKLॉिनक प म" अंतEरत केवाईसी डेटा को उसके ;ारा केवाईसी सIयापन के िलए वैध द�तावेज़ के प म" � वीकार &कया जाएगा। बशत, &क cSadcSadcSadcSad /कारोबार 6ितिनिध (बीसी)/कारोबार सुिवधा 6दानकताH (बीएफ) संबंिधत MिN से इस आशय का 6ािधकार 6ाO त कर" िजसम" उसने यूआईडीएआई को अपने पहचान/ पते के बारे म" जानकारी बायोमेELक 6माणन ;ारा जारी करने के िलए � प$ ट सहमित दी हो। 18. य&द भावी 1ाहक केवल अपना आधार नंबर जानता हो अथवा वह &कसी अ� य Qोत से डाउनलोड &कए गए ई-आधार क� 6ित लेकर आए तो cSadcSadcSadcSad को चािहए &क वह यूआईडीएआई पोटHल से भावी 1ाहक का ई-आधार सीधे ही 96ट/डाउनलोड करे अथवा ऊपर उिSलिखत ई-केवाईसी 6&7या अपनाए। 19. MिN के नाम म" िववाह अथवा अ�य कारण) से य&द पEरवतHन Tआ हो तो ऐसी MिN के साथ खाता आधाEरत संबंध �थािपत करते समय अथवा मौजूदा 1ाहक के संबंध म" आविधक अVतनीकरण के समय उनसे राWय सरकार ;ारा जारी िववाह 6माण पX अथवा गज़ट अिधसूचना, िजसम" नाम म" पEरवतHन 6कािशत &कया गया हो, क� 6ितिलिप आिधकाEरक प से वैध द�तावेज़ क� 6मािणत 6ित के साथ 6ाY क� जाएगी। 20. य&द कोई Z यिN खाता खोलना चाहता हो और उसके पास ‘पते के 6माण’ के प म" ओवीडी न हो, तो ऐसा MिN ऐसे Eर0तेदार िजनके साथ वह रह रहा हो, उनक� ओवीडी ‘पते के 6माण' के प म" 6� तुत कर सकेगा। (Eर0तेदार क� पEरभाषा (कंपनी अिधिनयम, 2013 क� धारा 2 क� उप-धारा 77 म" यथा उपबंिधत और कंपनी (पEरभाषा\ के 5 योरे संबंधी िविनद,शन) िनयमावली, 2014 के िनयम 4 के साथ पEठत)। � प$ टीकरण: उस Eर0 तेदार से एक घोषणापX 6ाO त कर िलया जाए &क सबंंिधत Z यिN उनके Eर0 तेदार ह_ और उनके साथ रह रह ेह_। 21. ऐसे मामल) म", जहां कोई 1ाहक ‘कम जोिखम’ क� `णेी म" आता हो, य&द &कसी कारण से - िजसे cSadcSadcSadcSad वा�तिवक समझती हो, - आव0 यक द� तावेज) को पूरा करने म" असमथHता MN करे, और जहां कारोबार क� सामा� य 6&7या को बािधत करना आव0 यक नही है, वहां cSadcSadcSadcSad, अपने िववेक पर, खाता खोलने क� 6&7या के पूणH होने क� तारीख से छह महीने के भीतर 1ाहक क� पहचान का सI यापन कायH पूरा कर ldsxhAldsxhAldsxhAldsxhA 22. ऐसे 1ाहक िज� ह" ‘कम जोिखम’ क� `ेणी म" रखा गया हो, अb याय-I के खंड 3 (ए) (vi) म" उिSलिखत ओवीडी म" स ेकोई भी द� तावेज 6� तुत करने म" असमथH हो और जहc ‘सरलीकृत &7यािविध’ लागू हो, िविनयिमत सं�था उप-िनयम 2(1)(डी) के दो परंतुक) के तहत सूचीबe द� तावेज) के दो अितEरK त सेट) म" से 6Iयेक� एक द� तावेज � वीकार कर सकती ह।ै � O $ टीकरण: आविधक समीfा के दौरान, य&द ‘कम जोिखम’ `ेणी के प म" वगgकृत 1ाहक िजसके िलए सरलीकृत &7यािविध लागू क� गई ह,ै य&द उसे ‘मbयम’’ अथवा ’उh च‘ जोिखम `णेी म" पनुवHगgकृत &कया जाता ह ैतो cSadcSadcSadcSad 1ाहक क� पहचान और पते के 6माण के िलए इन िनद,श) क� धारा 3(ए)(vi) म" सूचीबe छह

  • 11ओवीडी म� से एक द तावेज त� काल �ा� त करेगी। य�द ऐसा कोई �ाहक ऐसी ओवीडी � तुत करने म� असफल रहता ह ैतो cSadcSadcSadcSad इन िनद#श% क& धारा 39 म� �कए गए उ)लेखानुसार कार+वाई �ारंभ कर सकेगी। 23. य�द �कसी .ि/ (�ाहक) के पास सरलीकृत �1यािविध (ऊपर खंड 22 म� व2णत) के संबंध म� लागू द तावेज% म� कोई भी द तावेज न हो और वह ब7क खाता खोलना चाहता हो, तो ब7क ‘लघु खाता’ खोल सकता ह,ै बशत# �क: (क) ब7क �ाहक स े व-�मािणत फोटो�ाफ क& एक �ित �ा� त कर�। (ख) ब7क का पदनािमत अिधकारी अपने ह ता=र के तहत यह �मािणत करेगा �क उसक& उपिथित म� खाता खोलने वाले ? यि/ ने अपने ह ता=र अथवा अंगूठे का िनशान लगाया ह।ै (ग) ऐसे खाते केवल कोर ब7Bकग सो) यूशन (सीबीएस) से जुड़ी शाखाD अथवा ऐसी शाखाD म� खोले जा सकते ह7 जहां मैनुवली िनगरानी रखना सभंव हो तथा यह सुिनिEत �कया जा सके �क ऐस ेखाते म� िवदेशी िव�ेषण जमा नहG �कया जाता ह।ै (घ) ब7क यह सुिनिEत कर� �क लनेदेन सबंंधी िविनHदI सकल रािश और शेष रािश के िलए िनधा+Jरत मािसक और वा2षक सीमा का उ) लंघन लेनदेन होने पर न घJटत हो। (ड.) ऐसे खाते क& िनगरानी रखी जाएगी और जब धनशोधन अथवा आतंकवादी गितिविधय% का िव� तपोषण अथवा अM य उN च जोिखम का संदेह हो तो ‘आिधकाJरक वैध द तावेज’ �ाO कर �ाहक क& पहचान क& पुिI क& जाएगी। (च) िवदेशी िव�ेषण तब तक जमा करन ेक& अनमुित नहG दी जाएगी, जब तक ‘अिधकाJरक वैध द तावेज%’ के � तुतीकरण के माP यम से �ाहक क& पहचान पूरी तरह स े थािपत नहG होती। (छ) खाता �ारंभ म� बारह महीने क& अविध के िलए चालू रहगेा िजसे आगे बारह महीने क& अविध के िलए बढ़ाया जा सकता ह,ै बशत# खाता धारक आवेदन करे और इस बात का �माण �तुत करे �क उसने खाता खोलने के �थम 12 महीने के दौरान उि)लिखत ओवीडी म� से �कसी के िलए आवेदन �कया ह।ै (ज) संपूण+ छूट �ावधान% क& चौबीस महीन% के बाद समी=ा क& जाएगी। 24. गैर-ब7Bकग िव� तीय कंपिनय% (एनबीएफसी) Tारा खाता खोलने के िलए सरलीकृत �1यािविध: य�द कोई ? यि/ अP याय-I क& मद सं. 3(ए) (vi) म� उि)लिखत द तावेज � तुत करने म� स=म न हो, तो गैर-ब7Bकग िव� तीय कंपिनयां अपने िववकेानुसार िनU निलिखत शतV पर खाता खोल सकती ह7: (क) केवाईसी �1यािविध पूरी कर चुके अM य खाताधारक से पJरचय। (ख) गैर-ब7Bकग िव� तीय कंपनी के साथ पJरचयकता+ का खाता कम से कम छह माह पुराना हो और संतोषजनक लेनदेन �दखाता हो। (ग) जो ? यि/ खाता खोलना चाहता हो, उस .ि/ का फोटो और पता पJरचयकता+ Tारा �मािणत �कया जाएगा, अथवा गैर-ब7Bकग िव� तीय कंपनी क& संतुिI के िलए पJरचय और पते के िलए अM य कोई साW य �ा� त �कया जाएगा। (घ) उनके सभी खात% म� कुल िमलाकर शेष रािश �कसी भी समय पचार हजार Xपए से अिधक नहG होगी। (ङ) सभी खात% म� कुल जमा एक वष+ म� एक लाख Xपए स ेअिधक नहG होगी। (च) �ाहक को जागXक �कया जाए �क य�द िनद#श (iv) और (v) का उनके Tारा उ) लंघन �कया जाएगा तो संपणू+ केवाईसी �1या िविध पूरी होने तक उM ह� आगे के लेनदेन के िलए अनुमित नहG दी जाएगी। (छ) �ाहक को यह सूिचत �कया जाए �क जब शेष रािश चालीस हजार Xपये तक पYचं जाएगी अथवा जमा एक वष+ म� अ सी हजार Zपय ेतक पYचं जाएगी तब केवाईसी ��1या पूरी करने के िलए उिचत द तावेज � तुत करने ह%गे अM यथा सभी खात% क& कुल िमलाकर संपूण+ शेष रािश उ[ त िनद#श (डी) और (ई) म� िनधा+Jरत सीमा को पार करते ही लेनदेन रोक �दए जाएंगे। 25. य�द cSadcSadcSadcSad का वत+मान केवाईसी अनुपालन करनवेाला �ाहक उसी cSadcSadcSadcSad के पास अM य खाता खोलना चाह,े तब सीडीडी क& नयी ��1या पूरी करने क& आव\ यकता नहG ह।ै

  • 1226. �कसी भी cSadcSadcSadcSad क� एक शाखा/कायालय �ारा एक बार �कया गया केवाईसी स� यापन उसी cSadcSadcSadcSad क� �कसी अ� य शाखा/कायालय म� खाता अंत�रत करने के िलए वधै होगा, बशत$ �क संबंिधत खाते के िलए संपूण केवासी स� यापन पहले ही �कया गया हो और वह आविधक अपडेशन के िलए िनयत न हो तथा ऐसे मामल- म� खाताधारक से उसके वतमान पते के िलए / व-घोषणा 2ा3 त क� जाए। ;g lhch,l esa vko';d cnyko ds ;g lhch,l esa vko';d cnyko ds ;g lhch,l esa vko';d cnyko ds ;g lhch,l esa vko';d cnyko ds

    ckn ykxw fd;k tk;sxkAckn ykxw fd;k tk;sxkAckn ykxw fd;k tk;sxkAckn ykxw fd;k tk;sxkA भाग भाग भाग भाग II – � व� व� व� व� व� व� व� वधा�रत ित�ान� के िलए सीडीडी उपायधा�रत ित�ान� के िलए सीडीडी उपायधा�रत ित�ान� के िलए सीडीडी उपायधा�रत ित�ान� के िलए सीडीडी उपाय orZeku esa cSad pkyw [kkrk ¼orZeku esa cSad pkyw [kkrk ¼orZeku esa cSad pkyw [kkrk ¼orZeku esa cSad pkyw [kkrk ¼Current Account½ ugh [kksy jgh gS vr% fuEukafdr izko/kku muds 'kq: gksus ds ½ ugh [kksy jgh gS vr% fuEukafdr izko/kku muds 'kq: gksus ds ½ ugh [kksy jgh gS vr% fuEukafdr izko/kku muds 'kq: gksus ds ½ ugh [kksy jgh gS vr% fuEukafdr izko/kku muds 'kq: gksus ds

    i'pkri'pkri'pkri'pkr~ ykxw jgsxs %&~ ykxw jgsxs %&~ ykxw jgsxs %&~ ykxw jgsxs %& 27. � व� व� व� व� व� व� व� वधा�रत ित�ान�धा�रत ित�ान�धा�रत ित�ान�धा�रत ित�ान� के नाम पर खाता खोलने के िलए अ6 याय 1 क� मद सं. 3 (ए) (vi) म� उि8लिखत ओवीडी क� एक 2मािणत 2ित, िजसम� पहचान और ; यि< (मािलक) का पता दज हो, 2ा= कर ली जाए। 28. उपयु? त के अलावा, � व� व� व� व� व� व� व� वधा�रधा�रधा�रधा�रत ित�ानत ित�ानत ित�ानत ित�ान के नाम कारोबार/गितिविध के 2माण के @प म� िनA निलिखत द/ तावेज- म� से कोई भी दो द/ तावेज 2ा3 त कर िलए जाएं: (क) पंजीकरण 2माणपB (ख) दकुान और सं/ थापना अिधिनयम के तहत A युिनिसपल 2ािधका�रय- �ारा जारी 2माणपB/लाइस�स (ग) िबD� और आयकर िववरिणयां (घ) सीएसटी/वैट 2माणपB। (ङ) िबD� कर/सेवा कर/; यवसाय कर 2ािधकरण �ारा जारी �कया गया 2माणपB/ पजंीकरण। (च) संिविध के तहत िनगिमत �कसी ; यावसाियक िनकाय �ारा � व� व� व� व� व� व� व� वधा�रत ित�ानधा�रत ित�ानधा�रत ित�ानधा�रत ित�ान के नाम ; यवसाय करने के िलए जारी लाइस�स/2माणपB। (छ) � व� व� व� व� व� व� व� वधारीधारीधारीधारी के नाम आयकर 2ािधकरण �ारा िविधवत 2मािणत// वीकृत संपूण आयकर िववरणी (केवल 2ाि=-सूचना नहG), िजसम� फम क� आय दशाई गई हो। (ज) उपयोिगता िबल जैसे िबजली, पानी और लIडलाइन टेलीफोन िबल। 29. ऐसे मामल- म� जहां cSadcSadcSadcSad इस बात से संतुJ ट हो �क ऐसे दो द/ तावजे 2/ तुत करना संभव न हो, कारोबार/गितिविध के 2माण के @प म� उन द/ तावेज- म� से cSadcSadcSadcSad अपने िववेकानुसार केवल एक / वीकार कर सकती ह।ै बशत$ �क, cSadcSadcSadcSad संपकK का स� यापन करे और ऐसी अ� य जानकारी तथा / प् J टीकरण जो ऐसी फम के अि/त� व को 2मािणत करने के िलए आवM यक हो, इकNी करे और /वयं क� इस बात के िलए पुिO करे और अपनी संतुिO कर ले �क � व� व� व� व� व� व� व� वधा�रतधा�रतधा�रतधा�रत ित�ानित�ानित�ानित�ान के पते से कारोबार क� गितिविधय- को स� यािपत �कया गया ह।ै भाग भाग भाग भाग III – िविधक सं�था� के िलिविधक सं�था� के िलिविधक सं�था� के िलिविधक सं�था� के िलए सीडीडी उपायए सीडीडी उपायए सीडीडी उपायए सीडीडी उपाय orZeku esa cSad pkyw [kkrk ¼orZeku esa cSad pkyw [kkrk ¼orZeku esa cSad pkyw [kkrk ¼orZeku esa cSad pkyw [kkrk ¼Current Account½ ugh [kksy jgh gS vr% fuEukafdr izko/kku muds 'kq: gksus ds ½ ugh [kksy jgh gS vr% fuEukafdr izko/kku muds 'kq: gksus ds ½ ugh [kksy jgh gS vr% fuEukafdr izko/kku muds 'kq: gksus ds ½ ugh [kksy jgh gS vr% fuEukafdr izko/kku muds 'kq: gksus ds

    i'pkr~ ykxw jgsxsi'pkr~ ykxw jgsxsi'pkr~ ykxw jgsxsi'pkr~ ykxw jgsxs 30. �कसी कंपनी का खाता खोलने के िलए िनA निलिखत द/ तावेज- म� से 2�येक क� 2मािणत 2ित 2ा3 त कर�: (क) िनगमीकरण/गठन का 2माणपB। (ख) सं/था के अंतQनयम और बिहQनयम। (ग) िनदेशक मंडल का इस आशय का संक8 प और अपने 2बधंक-, अिधका�रय- अथवा कमचा�रय- को सं/था क� ओर से लेनदेन करने के िलए �दया गया मुR तारनामा। (घ) सं/था क� ओर से लेनदेन करने के िलए मुR तारनामा धारक 2बंधक-, अिधका�रय- अथवा कमचा�रय- के संबंध म� आिधका�रक वैध द/ तावेज। 31. भागीदारी फम के िलए खाता खोलने हते ुिनA निलिखत द/ तावेज- म� स े2� येक क� एक 2मािणत 2ित 2ा3 त कर ली जाए:

  • 13 (क) पंजीकरण माणप�। (ख) भागीदारी िवलेख। (ग) उस �ि� के संबंध म� एक आिधका�रक �प से वैध द� तावेज जो !ाहक क# ओर से लेनदेन करने हतुे मु(तारनामा धारण करता हो। 32. )कसी * यास का खाता खोलने के िलए िन- निलिखत म� से .येक क# एक-एक मािणत ित ा/ त कर ली जाए। (क) पंजीकरण माणप�। (ख) *यास िवलेख। (ग) उस �ि� के संबंध म� एक आिधका�रक �प से वैध द� तावेज जो !ाहक क# ओर से लेनदेन करने हतुे मु(तारनामा धारण करता हो। 33. अिनगिमत संघ या �ि�य3 के िनकाय का खाता खोलने के िलए िन4िलिखत द�तावजे3 म� से .येक क# एक-एक मािणत ित ा/ त क# जाए: (क) ऐसे अिनगिमत संघ या �ि�य3 के िनकाय के बंधन का सकं6प; (ख) उसक# ओर से लेनदेन करने के िलए द7 मु(तारनामा; (ग) उस �ि� के संबंध म� एक आिधका�रक �प से वधै द� तावेज जो उसक# ओर से लेनदेन करने हतुे मु(तारनामा धारण करता हो; और (घ) ऐसी सूचना जो ऐसे अिनगिमत संघ या �ि�य3 के िनकाय के िविधक अि�त.व को िस: करने के िलए सम! �प से cSadcSadcSadcSad ;ारा अपेि

  • 14 (ग) रखी गयी शेष रािश क� मा�ा के अननु�प ब�त बड़े लेनदने। (घ) िव�मान और नए खुले खात� म� जमा �ए थड पाट" चेक, $ा%ट आ'द के बाद बड़ी रािश य� क� िनकासी। 37. िनगरानी 'कस सीमा तक होगी यह /ाहक के जोिखम वग"करण पर िनभ र होगा। 2 प3 टीकरण: उ5 जोिखम वाले खात� क� सघन िनगरानी क� जानी चािहए। (क) खात� के जोिख म वग"करण क� आविध क समी8ा जो छह महीने म� कम से कम एक बार करनी चािहए और इस संबंध म� संव ?टग कंपिनय�, िवशेषकर ब�-2तरीय माक> ?टग कंपिनय� (एमएलएम), के खात� क� सघन िनगरानी करनी चािह ए। 2 प3 टीकरण: ऐसे मामल� म� जहां कंपनी Bारा बड़ी संCया म� चेक बुक� क� मांग क� गई हो, एक ही बDक खाते म� देश भर म� ब�त सारी छोटी-छोटी जमारािशयां जमा क� गयी ह� (सामाEयतः नकद �प म�) और जहां बड़ी संCया म� एक समान रािशय�/ितिथय� के चेक जारी 'कए जाते ह� तो ऐसे मामले को Gरजव बDक और अEय उिचत =ािधकाGरय� जैसे 'क एफ़आईयू-आईएनडी को तLकाल Gरपोट 'कया जाना चािहए। 38. आविधक अ�तनीकरणआविधक अ�तनीकरणआविधक अ�तनीकरणआविधक अ�तनीकरण उM च जोिखम वाले /ाहक� के िलए कम-से-कम =L येक दो वषN म�, मO यम जोिखम वाले /ाहक� के िलए =L यके आठ वष म� तथा कम जोिखम वाले /ाहक� के िलए =L यके दस वषN म� केवाईसी क� पूरी ='Qया िनR नानुसार दहुराई जानी चािहए: (a) ‘कम जोिखम’ के �प म� वग"कृत /ाहक� से आविधक अ�तनीकरण के समय पहचान और पते के नए =माण नहT मांगे जाने चािहए, पहचान और पते क� ि2थित म� य'द कोई पGरवत न न हो तो /ाहक� से इस संबंध म� 2व=माणन =ाU करना चािहए। (b) ‘कम जोिखम वाले’ /ाहक� Bारा पत ेम� पGरवत न होने पर पते के =माण क� सLयािपत =ित मेल/डाक इLया'द से िभजवाना 2 वीकाय होगा। (c) आविधक अ�तनीकरण के समय ऐसे ‘कम जोिखम वाले’ /ाहक� के VिWश: उपि2थत होन ेपर जोर नहT 'दया जाना चािहए। (d) ऊपर िवनYद3 ट समय-सीमा, खाता खोलने क� ितिथ/िपछले केवाईसी के सL यापन से लागू होगी। (e) नाबािलक /ाहक के वय2 क हो जाने पर उससे नवीन फोटो/ाफ =ा[ त 'कया जाना चािहए। 39. खात� को आंिशक \�ज़ करना तथा बंद करना (क) य'द cSadcSadcSadcSad उपरो^ त भाग I से V म� व

  • 15 (ग) जब कोई खाता ‘आंिशक ��जग’ के िबना अथवा ‘आंिशक ��जग’ के बाद बंद कर �दया जाता ह ैतो खाताधारक को इसका कारण बताया जाना चािहए। भाग भाग भाग भाग VI – सवं�धत सवं�धत सवं�धत सवं�धत ((((Enhanced) और सरलीकृत समिुचत सावधानी ���याऔर सरलीकृत समिुचत सावधानी ���याऔर सरलीकृत समिुचत सावधानी ���याऔर सरलीकृत समिुचत सावधानी ���या a. संव�धत समुिचत सावधानीसंव�धत समुिचत सावधानीसंव�धत समुिचत सावधानीसंव�धत समुिचत सावधानी (Enhanced Due Dillgence) 40. अ��य� �ाहक� के खातेअ��य� �ाहक� के खातेअ��य� �ाहक� के खातेअ��य� �ाहक� के खाते:::: अ�� य� �ाहक� के िलए संव�धतसंव�धतसंव�धतसंव�धत समुिचत सावधानी म' cSadcSadcSadcSad को अित(र) ��*याएं अपनानी चािहए जैसे �क �,तुत द,तावेज� का �माणीकरण, अित (र ) द,तावेज� क� माँग और �कसी दसूरी

    cSadcSadcSadcSad के केवाईसी अनुपािलत खाते के मा3 यम से पहला भुगतान। 41. 'राजनिैतक "प से जोिखम वाले %ि&य� के खात ेराजनिैतक "प से जोिखम वाले %ि&य� के खात ेराजनिैतक "प से जोिखम वाले %ि&य� के खात ेराजनिैतक "प से जोिखम वाले %ि&य� के खात े((((पीईपीपीईपीपीईपीपीईपी)))) (Politically Exposed Persons) ए. cSadcSadcSadcSad को राजनैितक 4प से जोिखम वाले 5ि)य� के साथ कारोबारी सबंंध रखने का िवक7 प होगा, बशत8 �क: a. राजनैितक 4प से जोिखम वाले 5ि)य� के संबंध म' उनके प(रवार के सद,य� और नजदीक� संबंिधय� के खात�, िनिधक :ोत� क� जानकारी सिहत पया;< सूचना एकि=त करनी चािहए; b. राजनैितक 4प से जोिखम वाले 5ि)य� को �ाहक के 4प म' ,वीकार करने से पवू; उस 5ि) क� पहचान का स�यापन �कया जाना चािहए; c. पीईपी का खाता खोलने का िनण;य cSadcSadcSadcSad क� �ाहक ,वीकरण नीित के अनुसार व(र> ,तर पर �कया जाना चािहए; d. ऐसे सभी खात� क� सतत संवAधत िनगरानी क� जानी चािहए; e. �क सी िव Bमान खाते का िहतािधकारी ,वामी अथवा िव Bमान �ाहक जो बाद म' पीईपी हो जाता ह ैतो उ) �ाहक के साथ 5ावसािय क संबंध जारी रखने के िल ए व(र > �बंध तं= का अनुमोदन �ा< करना चािहए; f. पीईपी पर सीडीडी उपाय� के साथ सतत संवAधत िनगरानी उपाय लागू ह�गे। बी. ये अनुदेश उन खात� पर भी लागू होते हE जहां कोई पीईपी िहतािधकारी ,वामी ह।ै 42. %ावसाियक म'यव�त%ावसाियक म'यव�त%ावसाियक म'यव�त%ावसाियक म'यव�त य� (ारा खोल ेगए �ाहक� य� (ारा खोल ेगए �ाहक� य� (ारा खोल ेगए �ाहक� य� (ारा खोल ेगए �ाहक� ((((Clients) के खातेके खातेके खातेके खाते:::: (Professional Intermediaries) 5ावसाियक म3यवAत य� के ज(रए �ाहक� के खाते खुलवाते समय cSadcSadcSadcSad Fारा िनG निलिखत बात' सुिनिHत क� जानी चािहए, �क: a. 5ावसाियक म3यवतI Fारा खोला गया �ाहक खाता �कसी एकल �ाहक के िलए होने पर उस �ाहक क� पहचान कर ली जानी चािहए। b. GयूJयुअल िनिधय�, पेKशन िनिधय� अथवा अKय �कार क� िनिधय� जैसी सं,थाL क� ओर से 5ावसाियक म3यवAतय� Fारा �बंिधत 'सामूिहक' (Pooled) खाते को रखने का िवक7 प cSadcSadcSadcSad के पास होगा। c. cSadcSadcSadcSad को ऐसे 5ावसाियक म3यवAतय� के खाते नहN खोलने चािहए जो �ाहक गोपनीयता क� �कसी 5ावसाियक बा3यता के कारण �ाहक के Oयोरे �कट नहN कर सकते हE। d. ऐसे सभी िहतािधकारी ,वािमय� क� पहचान क� जाएगी जहां म3यवAतय� Fारा धा(रत िनिधयां cSadcSadcSadcSad के ,तर पर िमिQत नहN क� जाती हE और जहां 'उप खात'े हE िजनम' से ��येक �कसी िहतािधकारी ,वामी का ह ैअथवा जहां ऐसी िनिधयाँ िविनयामक ,तर पर िमिQत क� जाती हE, cSadcSadcSadcSad ऐसे िहतािधकारी ,वािमय� क� पहचान करेगी। e. cSadcSadcSadcSad अपने , विववेक पर �कसी म3यवतI Fारा क� गयी `�ाहक संबंधी समुिचत सावधानी' (सीडीडी) पर भरोसा कर सकते हE बशत8 वह म3यवतI िविनयिमत तथा पय;वेि�त सं, था हो और उसके पास �ाहक� के

    “अपने �ाहक को जािनए'' अपे�ाL का अनुपालन करन ेके िलए पया;< 5व,था/�णाली हो। f. �ाहक को जानने का अंितम दािय�व cSadcSadcSadcSad का ह।ै बीबीबीबी. . . . सरलीकृत समुिचत सावसरलीकृत समुिचत सावसरलीकृत समुिचत सावसरलीकृत समुिचत सावधानीधानीधानीधानी 43. + व+ व+ व+ वय ंसेवा समहू� य ंसेवा समहू� य ंसेवा समहू� य ंसेवा समहू� ((((एसएचजीएसएचजीएसएचजीएसएचजी) ) ) ) के िलए सरलीकृत मानदंडके िलए सरलीकृत मानदंडके िलए सरलीकृत मानदंडके िलए सरलीकृत मानदंड (Self Help Group)

  • 16 pwafd gekjh cSad osruHkksxh deZpkfj;ks ds lnL; okyh laLFkk gS vr% pwafd gekjh cSad osruHkksxh deZpkfj;ks ds lnL; okyh laLFkk gS vr% pwafd gekjh cSad osruHkksxh deZpkfj;ks ds lnL; okyh laLFkk gS vr% pwafd gekjh cSad osruHkksxh deZpkfj;ks ds lnL; okyh laLFkk gS vr% SHG gekjs lnL; ugh cu ldrs gS gekjs lnL; ugh cu ldrs gS gekjs lnL; ugh cu ldrs gS gekjs lnL; ugh cu ldrs gS

    vr% ;g rHkh ykxw gksxs tc ljdkj dksbZ vkns'k ds rgr~ bls ykxw djsaAvr% ;g rHkh ykxw gksxs tc ljdkj dksbZ vkns'k ds rgr~ bls ykxw djsaAvr% ;g rHkh ykxw gksxs tc ljdkj dksbZ vkns'k ds rgr~ bls ykxw djsaAvr% ;g rHkh ykxw gksxs tc ljdkj dksbZ vkns'k ds rgr~ bls ykxw djsaA a. एसएचजी का बचत ब�क खाता खोलते समय एसएचजी के सभी सद�य� का केवाईसी स�यापन करना आव�यक नह� ह।ै b. एसएचजी के सभी पदधा#रय� का केवाईसी स�यापन करना पया$% होगा। c. एसएचजी का 'ेिडट +ल,कग करत ेसमय सद�य� या पदधा#रय� का अलग से केवाईसी स�यापन करने क. ज/रत नह� ह।ै 44. िवदेशी िव1ा2थय� के खाते खोलते समय ब�क� को िन4िलिखत 56'या अपनानी चािहए: (ख) ब�क िवदेशी िव1ाथ7 का अिनवासी साधारण (एनआरओ) ब�क खाता उसके पासपोट$ (वीजा और आ5वासन पृ< ठांकन सिहत) के आधार पर खोल सकते ह� िजसम? उसके गृह रा< @ म? उसक. पहचान तथा पते का 5माण दज$ हो तथा उसके साथ एक फोटो और भारत म? शैBिणक सं� थान Cारा 5वशे 6दए जाने संबंधी पD होना चािहए। i. बशतE खाता खोलने से 30 6दन� क. अविध के भीतर �थानीय पते के संबंध म? घोषणा लेनी चािहए और 6दए गए पते क. जांच करनी चािहए। ii. बशतE 30 6दन� क. अविध के दौरान खाता इस शत$ के अधीन प#रचािलत 6कया जाना चािहए 6क पते क. जांच हो जाने तक खाते से 1,000 अमे#रक. डालर या उसक. समतुKय रािश से अिधक के िवदेशी िव5ेषण क. अनुमित नह� होगी तथा 50,000/- Lपए क. अिधकतम सीमा होगी । (ख) खाते को सामाM य एनआरओ खाते के /प म? माना जाएगा और उसका प#रचालन अिनवासी साधारण Lपया (एनआरओ) खाता संबंधी भारतीय #रज़व$ ब�क के अनदेुश� तथा िवदेशी मुPा 5बंध अिधिनयम, 1999 के 5ावधान� के अनुसार होगा। (ग) पा6क�तान क. राQीयता वाले छाD का खाता खोलन ेके िलए भारतीय #रज़व$ ब�क से पूवा$नुमित लेनी होगी। 45. िवदेशी संिवभाग िनवशेक� िवदेशी संिवभाग िनवशेक� िवदेशी संिवभाग िनवशेक� िवदेशी संिवभाग िनवशेक� ((((एफपीआईएफपीआईएफपीआईएफपीआई) ) ) ) के िलए सरलीकृत केवाईसी मानदंडके िलए सरलीकृत केवाईसी मानदंडके िलए सरलीकृत केवाईसी मानदंडके िलए सरलीकृत केवाईसी मानदंड pwafd gekjh cSad osruHkksxh deZpkfj;ks ds lnL; okyh laLFkk gS vr% pwafd gekjh cSad osruHkksxh deZpkfj;ks ds lnL; okyh laLFkk gS vr% pwafd gekjh cSad osruHkksxh deZpkfj;ks ds lnL; okyh laLFkk gS vr% pwafd gekjh cSad osruHkksxh deZpkfj;ks ds lnL; okyh laLFkk gS vr% FPI gekjs lnL; ugh cu ldrs gS vr% gekjs lnL; ugh cu ldrs gS vr% gekjs lnL; ugh cu ldrs gS vr% gekjs lnL; ugh cu ldrs gS vr%

    ;g rHkh yk;g rHkh yk;g rHkh yk;g rHkh ykxw gksxs tc ljdkj dksbZ vkns'k ds rgr~ bls ykxw djsaAxw gksxs tc ljdkj dksbZ vkns'k ds rgr~ bls ykxw djsaAxw gksxs tc ljdkj dksbZ vkns'k ds rgr~ bls ykxw djsaAxw gksxs tc ljdkj dksbZ vkns'k ds rgr~ bls ykxw djsaA संिवभाग िनवशे योजना (पीआईएस) के अंतग$त िनवेश करने के 5योजन हतुे एफपीआई के वे खाते जो सेबी के 6दशा-िनदEश� के अनुसार पाD/पंजीकृत ह�, के खाते अनुबंध–II म? 6दए गए T यौरे के अनुसार केवाईसी द� तावेज़� को �वीकार करके और आयकर िनयम� (एफएटीसीए/सीआरएस) के तहत खोले जा सकते ह�। बशतE 6क ब�क एफपीआई से या एफपीआई क. ओर से काय$ कर रह े वैिUक अिभरBक से इस आशय क. घोषणा 5ाV त कर? 6क जब कभी आव� यकता होगी तो अनुबंध–II म? 6दए गए T यौरे के अनुसार छूट 5ाV त द� तावेज वे 5� तुत कर?गे। अ� याअ� याअ� याअ� याय य य य VII अिभलेख �बधंनअिभलेख �बधंनअिभलेख �बधंनअिभलेख �बधंन 46. पीएमएल अिधिनयम और िनयम के अनुसार cSadcSadcSadcSad को Wाहक खाता संबंधी सूचना के रखरखाव, प#ररBण और #रपोXटग के िलए िनY निलिखत कदम उठाने ह�गे: a. Wाहक और cSadcSadcSadcSad के बीच घरेलू और अंतरराQीय दोन� लेनदेन� के िलए सभी आव�यक #रकाड$ संबंिधत लेनदने क. तारीख से कम से कम पांच वषZ तक अनुरिBत 6कए जाएंगे। b. Wाहक का खाता खोलने के समय तथा कारोबारी सबंंध बने रहने के दौरान उसक. पहचान और पते के संबधं म? 5ा% अिभ लेख कारोबारी सबंंध के समा% हो जाने के बाद कम से कम पांच वष$ तक उिचत /प म? सुरिBत रखे जाएं। c. सBम 5ािध का#र य� Cारा अनुरोध 6क ए जाने पर पहचान के #र काड$ और लेनदेन के आँकड़े उMह? उपलTध कराए जाएं।

  • 17 d. धनशोधन िनवारण (�रकॉड� का रखरखाव) िनयमावली, 2005 के िनयम 3 के अनुसार लेनदेन� का �रकॉड� उिचत �कार से रखने हतुे एक �णाली क� शु�आत करनी चािहए। e. धनशोधन िन वारण (पीएमएल) िन यम 3 म" िनधा��रत लेनदेन� के संबंध म" सभी आव'यक सूचनाएं रख" ता*क िन+िलिखत सिहत *कसी एकल लेनदेन क� पुनर�चना क� जा सके: i. लेनदेन� का .व/प; ii. लेनदेन क� रािश और वह मु1ा िज सम" उसे मू2यवग4कृत *क या गया; iii. वह तारीख िजस *दन वह लेनदेन *क या गया; तथा iv. लेनदेन के प6कार। a. खाता संबंधी सूचना रखने और उसके प�र र6ण के िलए एक ऐसी �णाली िव किस त कर" ता*क आव'यकता पड़ने पर या स6म �ािध का�र य� 9ारा आंकड़� के िल ए अनुरोध *कए जाने पर आसानी से और तुरंत उ; ह" �ा< *कया जा सक" । b. अपने =ाहक� क� पहचान और पते सबंंधी अिभलेख और िनयम 3 म" उि2लिखत लेनदने� से सबंंिधत अिभलेख� को हाड� या सॉ>ट फॉमAट म" रखा tk;sxkAtk;sxkAtk;sxkAtk;sxkA अ�याय अ�याय अ�याय अ�याय VIII िव�ीय आसचूना इकाई िव�ीय आसचूना इकाई िव�ीय आसचूना इकाई िव�ीय आसचूना इकाई –भारत भारत भारत भारत ((((एफएफएफएफआईयूआईयूआईयूआईयू---- आईएनडीआईएनडीआईएनडीआईएनडी) ) ) ) को �रपो�टग क� अपे�ाएँको �रपो�टग क� अपे�ाएँको �रपो�टग क� अपे�ाएँको �रपो�टग क� अपे�ाएँ 47. cSad cSad cSad cSad 9ारा पीएमएल (अिभलेख� का रखरखाव) िनयमावली, 2005 के िनयम 7 के अनुसार िनयम 3 म" संदBभत सूचना िनदेशक, िवCीय आसूचना एकक – भारत को �.तुत क� जाएगी। .पDीकरण: िनयम 7 के उप-िनयम 3 और 4 के संशोधन के संबंध म" 22 िसतबंर 2015 को अिधसूिचत तीसरी संशोधन िनयमावली के अनुसार िनदेशक, एफआईयू- आईएनडी को िनयम 3 के उप िनयम(1) के िविभE अनुFछेद� म" संदBभत लेनदेन� का पता लगाने के िलए cSad cSad cSad cSad को *दशािनदAश जारी करने, सूचना के �कार के संबंध म" उ;ह" िनदशे देन ेऔर सूचना क� �.तुित एवं �*Hया िनधा��रत करने के संबधं म" *दशािनदAश जारी करने का अिधकार होगा। 48. एफआईयू- आईएनडी 9ारा �रपोJटग फॉमAट तथा िव.तृत फॉमAट गाइड िनधा��रत/जारी क� गई है। एफआईय-ू आईएनडी ने �रपोट� करने वाली सं.थाN को िनधा��रत �रपोटO तैयार करने हतुे सहायता �दान करने के िलए �रपोट� जेनेरेशन यू�टिलटी तथा �रपोट� वैिलडेशन यू�टिलटी िवकिसत क� ह ैिजसे Pयान म" रखा जाए। नकद लेनदेन �रपोट� (सीटीआर) / सं*दQध लेनदेन �रपोट� (एसटीआर) को इलेRSोिनक /प से फाइल करने के िलए एफआईयू- आईएनडी ने अपनी वबेसाइट पर एिड टेबल इलैRSॉिन क यू�ट िल �ट ज डाली ह ैिजसका उपयोग cSad cSad cSad cSad

    djsxh djsxh djsxh djsxh जो अपने लेनदेन के सामा;य आँकड़� से सीटीआर/एसटीआर बनाने के िल ऐ उपयुU �ौWोिग क� टूल .थािप त नहX कर पाए हY। िजन cSad cSad cSad cSad क� सभी शाखाएं अभी तक पूण�त: कंZयूटरीकृत नहX [ई हY, ऐसी सं. थाN के �धान अिधका�रय� के पास ऐसी शाखाN से लेनदने के \यौर� को लेकर उ;ह" एफआईय-ूआइएनडी 9ारा अपनी वेबसाइट http://fiuindia.gov.in पर उपल\ध कराई गयी सीटीआर/एसटीआर क� एिड टेबल इलैRSॉिन क यू�ट िल �ट ज क� सहायता स े इलैRSॉिन क फाइल के /प म" आंकड़े फ�ड करने क� उपयुU ]व.था होनी चािहए। 49. िनदेशक, एफआईयू-आईएनडी को सूचना दतेे समय, लेनदेन क� �रपोJटग म" [ई �^येक *दन क� देरी अथवा िनयम म" िविन_दD समय-सीमा के बाद गलत /प स े दशा�ये गए *कसी लेनदेन को सुधारने म" होने वाली �^येक *दन क� दरेी को अलग से एक उ2लंघन माना जाएगा। cSad cSad cSad cSad उन खात� के प�रचालन� पर कोई �ित बंध न लगाएं िजनके संबंध म" सं*दQध लेनदेन �रपोट� (एसटीआर) भेजी गई ह।ै cSad cSad cSad cSad 9ारा एसटीआर �.ततु करने के तaय को पूण�त: गोपनीय रखा जाएगा। यह सुिन िb त *क या जाए *क =ाहक को *क सी भी .तर पर गु< /प से सचेत (�ट cपग ऑफ़) नहX *क या जाए। 50. सं*दQध लेनदेन� क� �भावी पहचान एवं �रपोJटग के एक भाग के /प म", जोिखम वग4करण तथा =ाहक� क� अWतन �ोफाइल के साथ लेनदेन� के असंगत होने क� ि.थित म" अलट� जारी करने वाला एक सशU

  • 18सॉ�टवेयर का उपयोग �कया जाना चािहए। cSad fudV Hkfo"; esa ,cSad fudV Hkfo"; esa ,cSad fudV Hkfo"; esa ,cSad fudV Hkfo"; esa ,----,e,e,e,e----,y,y,y,y---- lkW¶Vos;j ysdj viuh lkW¶Vos;j ysdj viuh lkW¶Vos;j ysdj viuh lkW¶Vos;j ysdj viuh fLFkfr lqn`< djsxkAfLFkfr lqn`< djsxkAfLFkfr lqn`< djsxkAfLFkfr lqn`< djsxkA अ�याय अ�याय अ�याय अ�याय IX अंतरराीय करार� के तहत अपे�ाएँअंतरराीय करार� के तहत अपे�ाएँअंतरराीय करार� के तहत अपे�ाएँअंतरराीय करार� के तहत अपे�ाएँ////बा�यताएँबा�यताएँबा�यताएँबा�यताएँ अंअंअंअंतरराीय एज�िसय� स ेसंपक�तरराीय एज�िसय� स ेसंपक�तरराीय एज�िसय� स ेसंपक�तरराीय एज�िसय� स ेसंपक�

    51. cSad cSad cSad cSad यह सुिनि�त कर� �क िव िध िव �� �� याकलाप (िन वारण) अिध िन यम, 1967 क� धारा 51क (unlawful activities (prevention) (UPAP) Act, 1967 के अनुसार उनके पास आतंक� गितिविधय$ से जुड़े होने क� आशंका वाले ऐसे )ि*य$/सं+था- का कोई खाता नह0 होना चािहए िजसके नाम संयु* रा2 सुर3ा प4रषद (यूएनएससी) 7ारा समय-समय पर अनुमो�दत तथा प4रचािलत ऐसे )ि*य$ तथा सं+था- क� सूची म� शािमल हो। ऐसी दो सूची िन:ानुसार ह;:

    (a) "आईएसआईएल (Da’esh) और अल-कायदा

  • 19सिह त रखा जाए और अनुरोध �ा� होने पर उ�ह� �र ज़व� ब�क/अ�य संबंिध त �ािध का�र य! को उपल#ध कराया जाए। अ�याय अ�याय अ�याय अ�याय X अ�य अनुदेशअ�य अनुदेशअ�य अनुदेशअ�य अनुदेश 56. गोपनीयता संबधंी दािय�व और सूचना� का आदानगोपनीयता संबधंी दािय�व और सूचना� का आदानगोपनीयता संबधंी �